जोधपुर के ओम बन्ना की सच्ची लेकिन रहस्य भरी कहानी जो सुनता है अचंभित रह जाता है आखिर ऐसा कैसे हो सकता है की कोई इंसान मरने के बाद वापिस आ जाये, यकीन नही होता न तो पढ़िए ये जोधपुर की घटना जो न सिर्फ जोधपुर में बल्कि आस पास के शहरों में बहुत चर्चा में रही।
जोधपुर में रहने वाला ओम बन्ना नाम का व्यक्ति जिसकी एक सड़क दुर्घटना में आकस्मिक मौत हो गयी जिंदगी के ज्यादा पल तो नही जी पाया लेकिन मरने के बाद उसे भगवान बनने का सौभाग्य जरूर प्राप्त हो गया।
बात 1991 की है जब ओम अपनी बुलेट से कहीं जा रहे थे और रस्ते में वे एक दुर्घटना का शिकार हो गए और उनकी तत्काल मौत हो गयी। पुलिस नें कारवाही करते हुए शव को परिजनों को सौप दिया और मोटर साइकिल ( बुलेट) को पुलिस थाने ले गए। लेकिन अगले दिन वह बुलेट वापिस दुर्घटना की जगह खड़ी हुई मिली , पुलिस को ये किसी की शरारत लगी तो उन्होंने वापिस मोटर साइकिल को थाने ले जाकर उसका पेट्रोल निकाल कर चैन से बाँध कर खड़ा कर दिया।
हद तो तब हो गयी जब अगले दिन फिर वह बुलेट उसी जगह पाई गयी। हैरान परेशान पुलिस नें सारे हथकंडे अपना लिए पर मोटर साइकिल को वह दुर्घटना की जगह से नहीं ले जा सके।
जब इस बात की सूचना लोगो तक पहुंची तो देख ते ही देखते ये बात तेज़ी से फ़ैल गयी और लोग दुर्घटना की जगह पर ही मोटर साइकिल की पूजा करने लगे और शांति की कामना करने लगे देखते ही देखते वहां ओम बन्ना नाम का मंदिर बना दिया गया जिसमें किसी भगवान की नही बल्कि वही बुलेट खड़ी है और लोग उसी की पूजा करते है। लोगो का मानना है की ओम की आत्मा उसी दुर्घटना वाली जगह पर आज भी है।
आज हाल ये है ये वहां से आता जाता हर व्यक्ति उस ओम बनना नाम के मंदिर में पूजा किये बिना वहां से नही जाता लोगो का मानना है की यहाँ पूजा कर आगे जाने से यात्रा मंगलमय होती है और दुर्घटना से बच जाते है। और अगर कोई उस मंदिर को अनदेखा कर चला जाये तो दुर्घटना होने के चान्सेस बढ़ जाते है।