
दुःख में भी खुश रहना :
पुरुषों में ये बहुत ख़ास बात होती है की वो किसी गम को अपने ऊपर ज्यादा देर तक हावी नही रहने देते है अगर उन्हें कोई दुःख हो भी तो भी खुश रहने की कोशिश ही नही करते बल्कि खुश रहते है ये ही गुण उन्हें हर समस्या से लड़ने की ताकत देता है और वे ज्यादा खुश मिजाजी बन जाते है। ऐसे पुरुष अंदर से स्ट्रांग होते है और ज्यादा पसंद किये जाते है।
सेंस ऑफ़ ह्यूमर :
पुरुषों की समझ ही उन्हें अपने आप में गर्व महसूस करवाती है पुरुष जानते है की कब क्या बोलना है पुरुष माहौल को बखूबी समझ सकते है और उसके अनुरूप ही कोई एक्शन लेते है पुरुष बहुत जल्दी सिचुएशन को भांप लेते है और इस में कोई दोराय नही की महिलाओं की अपेक्षा पुरुष में सेंस ऑफ़ ह्यूमर ज्यादा होता है वे बात जो समझते है और उसमें मतलब ढूँढ़ते है।
पुरुष हमेशा कुछ करने से पहले कई बार सोचते है :
पुरुषों में एक बहुत अच्छा गुण ये भी है की वे कुछ करने से पहले उस पर विचार करते है उसके रिजल्ट पर गौर करते है उसकी अच्छे और गलत प्रभाव को समझते है उसके बाद ही कोई कदम उठाते है इससे उन्हें ज्यादा समस्यायों का सामना नही करना पड़ता और ऐसे लोग दूसरों का विशवास बहुत जल्दी जीत लेते है। पुरुषों की कुछ करने से पहले सोचने की ये आदत उनके समझदार होने का सबूत भी है।
गलती करने पर उसकी तह तक जाना और उनसे सीखना :
पुरुषों की बहुत अच्छी आदत है की वे अगर कोई गलती करते है तो न केवल उसे स्वीकार करते है बल्कि उस गलती की तह तक जा कर कारणों का पता लगाने की कोशिश भी करते है और उनसे सीख ले कर आगे ऐसी गलती न हो इसका भी पूरा ध्यान रखते है।
यही आदत उन्हें आगे बढ़ने में सहायता प्रदान करती है। पुरुष गलती पर बहुत काम पछताते है और उससे सबक ले कर आगे बढ़ जाते है।
जिम्मेदारी उठाना :
पुरुष जिम्मेदार होते है वे रिस्पांसिबिलिटी उठाते है अगर कुछ गलत हुआ है और उनकी वजह से हुआ है तो डरते नही है उसे स्वीकारते है और उसकी पूरी जिम्मेदारी लेते है।
ये बात उनके कॉन्फिडेंस को दर्शाती है जिम्मेदारी उठाने वाले पुरुषों की सभी तारीफ करते है और पसंद भी करते है खास तौर पर लड़कियां ऐसे ही पुरुष की तलाश में होती है जो जिम्मेदारी उठाना जानता हो।
प्लानिंग करते है :
पुरुष अपने भविष्य की प्लानिंग करके चलते है। उन्हें पता होता है उन्हें आगे क्या करना है और कैसे करना है ये प्लानिंग उन्हें सफल होने में मदद करती है।
अपनों के लिए हमेशा मौजूद :
इस मामले में तो पुरुषों का मुकाबला क्या, अपनों के लिए हमेशा तैयार कोई दोस्त मुसीबत में हो तो पहले आगे आएंगे कोई अपना कहीं फंस गया हो तो मदद के लिए सबसे आगे , ये सिर्फ पुरुष ही कर सकते है।
जो सही है उसी पक्ष में होते है :
पुरुष अक्सर सही का ही साथ देते है और “जो बात सही है वो सही है ” वाली धारणा पर अडिग रहते है। वे सच का पक्ष लेने में हिचकिचाते नही है और अड़े रहते है।