अधिकांश लोग बहुत ज्यादा पी लेने के बाद होश में नहीं रहते और न जाने क्या क्या करते है उन्हें तो कुछ पता नहीं होता लेकिन आस पास वाले लोग बहुत कुछ नोटिस कर चुके होते है। और अगले दिन बन जाता है मखौल।
तो पढ़िए ऐसी ही कुछ बातें जो आप शर्तिया तौर पर शराब ज्यादा पे लेने के बाद करते है –
एक पैग तो और लिया जा सकता है :
फुल हो जाने के बाद अक्सर ये बात आप कर ही जाते है एक दो शॉट्स और मार लेने का इरादा करना एक बढ़िया आईडिया होता है। पर इसके बाद भी आप रुकते कहाँ है ? उनके ख़त्म होते ही फिर से वोही रट, एक पैग तो और लिया जा सकता है यार।
पर आपको नही पता ये आदत आपके लिए नुकसानदेह हो सकती है इससे जल्दी हैंगओवर की सम्भावना हो होती ही है साथ ही ब्लड वेसेल्स में अल्कोहल की मात्र भी बढ़ जाती है।
अबे अभी नही छड़ी है है होश में हूँ :
दरअसल लोग नशे के सुरूर को जम के एन्जॉय करते है और उन्हें पता होता है की उन्हें सुरूर छा रहा है और चढ़ने भी लगी है लेकिन बावजूद इसके वे इसे कभी एग्री नहीं करते की उन्हें चढ़ गयी है या चढ़ने लगी है और फिर आप इसे कुछ यूँ टाल जाते है।
मुझे सिर्फ 5 मिनट दो थोड़ा रिलैक्स हो जाऊ अभी एकदम नार्मल हो जाऊंगा। और फिर अपनी हरकतों से आखिर दिखा ही देते है की हाँ मैं नशे में हूँ।
अब आप अपने सीक्रेट्स भी खोलने लगते है :
आपके पूरे नशे में चले जाने के बाद आपका अपनी जुबान और दिलों दिमाग पर कोई काबू नहीं होता है और आपको पता भी नहीं चलता है की कब आप इमोशनल हो चुके है। फिर दौर चलता है बिना मतलब की बातों का और आप वो सब कहते चले जाते है जिसका वास्तव में उस वक़्त कोई मतलब नहीं है।
और अगले दिन तक आपकी कुछ छुपी हुई बातें सबको मालूम हो चुकी होती है।
खाना खाने पर नियंत्रण नहीं होता :
बहुत पी लेने के बाद आप जब खाना खाने बैठते है तो आपको नही पता होता आप रेगुलर डाइट से बहुत ज्यादा खाना खा जाते है जिसका असर आपके डाइजेस्ट सिस्टम पर पड़ता है दरअसल बहुत शराब पी लेने के बाद हमें खाना काम खाना चाहिए।
कुछ भी प्रॉमिस करने लगते है :
आप पी लेने के बाद अपने दोस्तों या पार्टनर्स के साथ इमोशनल होते चले जाते है फिर दौर चलता है इमोशनल बातों का जो आपके दिलो दिमाग को पूरी तरह डोमिनेट कर चुकी होती है। और आप कर देते है बिना फालतू के कमिटमेंट्स और प्रोमिसेज़ जिनका अफ़सोस आपको अगले दिन होता है।
बस आप ही समझदार है :
फुल नशे में होने के बाद आप सबसे ज्यादा नॉलेज वाले और सबमें समझदार बन जाते है फिर तो चिट भी आपकी और पट भी।
आप अपनी बातों पर बहस करने लगते है अपने को ही सही ठहराने की कोशिश करने लगते है
सट्टा खेलना और शर्तें लगा लेना भी आपके लिए तब कोई बड़ी बात नहीं है।