शनिदेव न्याय के देवता है जिसपर शनि की अच्छी कृपा रहती है उसे शनि राजा बना देता है सुख सम्पदा देता है लेकिन अगर शनि की महादशा चल रही हो तो सब बंटाधार हो जाता है होते हुए काम भी बिगड़ने लगते है एक एक करके परेशानियां आने लगती है व्यक्ति शारीरिक मानसिक और प्रोफेशनल रूप से दुखी रहता है इसीलिए शनि की महादशा और साढ़ेसाती से हर इंसान डरता है।
लेकिन इनसे बचने के लिए और शनिदेव को प्रसन्न कर उनकी कृपा पाने के लिए कई उपाय बताये गए है। ये छोटे छोटे उपाय आपको शनि की कृपा दिलाएंगे –
यदि सूर्यास्त के समय पीपल के पेड़ के पास दिया जलाया जाये तो शनिदेव की कृपा दृष्टि पढ़ने लगती है कोशिश करें की पेड़ सूनसान जगह पर हो या तो किसी मंदिर में लगा हो अगर ऐसा पीपल के पेड़ में सूर्य अस्त होते समय दिया जलाया जाये शनि की महादशा समाप्त होने लगती है।
शनिवार के दिन सुबह उठकर सभी दैनिक कार्यों से निवृत होकर स्नान करें। नहाने के बाद एक कटोरी तेल से भरे उस तेल में अपना चेहरा देखें और फिर उस तेल को शनिवार को ही किसी गरीब या जिसे जरुरत को उसे दान कर दें। वैसे भी शनिवार को तेल का दान करना शनिदेव को प्रसन्न करने का उपाय बताया गया है और अगर आप अपने चहरे का प्रतिबिम्ब उस तेल पर डाल दान करेंगे तो निश्चित तौर पर आपकी परेशानिया जल्द ही दूर होने लगेंगी।
पंडित बताते है की शनिदेव को अगर पुष्प चढ़ाये तो कोशिश करें की नीले रंग के फूल चढ़ाएं उन्हें ये प्रिय है
पहले शनि को तेल चढ़ाएं कहते है तेल चढ़ाने से शनि की पीड़ा शांत होती है तेल चढ़ाने के बाद नीले फूल चढ़ाएं और उनकी पूजा करें रुद्राक्ष के माला अगर आपके पास है तो बेहतर है उसपर एक सौ आठ बार ॐ शं शनेश्चराय नमः का जप करें। शनिदेव की कृपा बनेगी और महादशा दूर होगी।
ये तो आप जानते ही है की शनिदेव ने हनुमानजी को वचन दिया था की जो आपकी पूजा करेगा मेरी भी कृपा उस पर पड़ेगी इसीलिए हनुमान जी की पूजा करने को भी कहा जाता है। लेकिन बहुत कम लोग जानते है की बंदरों को गुड चना खिलाने से भी हनुमान जी प्रसन्न होते है क्योंकि उनकी पूजा वानर रूप में ही की जाती है।
शनिवार को दान पुण्य करने से भी शनि की कृपा बनती है।
मन साफ़ रखें, गलत विचार मन में ना लाए किसी पर अत्याचार ना करें दूसरों की मदद करें शनिदेव न्याय के देवता है अगर आपका मन शुद्ध रहेगा आप परोपकारी है तो उनकी अच्छी दृष्टि आप पर पड़ेगी।