पप्पू कोर्ट में जज के सामनें – अगर बचपन में माँ की बात सुनी होती तो आज मुझे ये दिन नहीं देखना पड़ता। जज – क्या कहा करती थी तुम्हारी माँ ? पप्पू – कमाल करते हो यार इतने बड़े जज हो, जब सुनी ही नहीं तो बताऊ कैसे?
पप्पू – यार मैं जो भी काम शुरू करने की सोचता हूँ, मेरी बीवी बीच में आ जाती है।
दोस्त – तू ट्रक चला कर देख, शायद किस्मत साथ दे जाये।
आजकल के लोग भी कमाल करते है।
मोबाइल में भले ही कॉल करने के लिए बैलेंस नहीं हो पर रोड पर चालान होने पर सबसे पहले मोबाइल निकालते है।
पप्पू काफी दुखी था। दोस्त ने पुछा क्या हुआ?
पप्पू – यार एक दोस्त को प्लास्टिक सर्जरी करवाने के लिए रूपये उधार दिए थे अब साल पहचानमें नहीं आ रहा कौन है वो दोस्त !
डॉक्टर : तुम रोज सुबह मेरे क्लीनिक के बाहर खड़े होकर महिलाओं को घूरते हो। शर्म नहीं आती।
छुट्टन – जी आपही ने तो बोर्ड पर लिखा है, महिलाओं को देखने का समय सुबह 9 बजे से 11 बजे तक।