हमने कई महानुभावों को देखा उनके बारे में सुना जो बहुत पैसा होने के बावजूद सिंपल लाइफ जीते है।
और कुछ बड़े नेता की भी बातें हुई जैसे गोवा के मुख्यमंत्री आज भी साइकिल से सफर करते है और कोई सरकारी सुविधा नही लेते है वहीँ भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के चाय के चर्चे मशहूर रहे।
लेकिन एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसे पढ़ कर आप कहेंगे ” क्या बात है “
हरियाणा के पंचकुला में रहने वाले एक बुजुर्ग मोची का काम करते है अब आप सोचेंगे इसमें बड़ी बात क्या है तो बता दें वे अंबाला के सांसद रतन लाल कटारिया के पिता है जो बेटे के सांसद होने के बावजूद मोची का काम जारी रखे हुए है।
सोचिये कैसा लगता होगा जब उनके बेटे महँगी गाडी में बैठ कर सुबह ऑफिस के लिए निकलते होंगे और वहीँ उनके पिता कच्ची झोपडी के पास लोगो के जूते ठीक करने।
सांसद के पिता का नाम ज्योति राम है जब उनसे इस बारे में बात की तो उन्होंने बताया की मैंने ये काम 1941 में शुरू किया था और इसी काम के जरिये उन्होंने अपने परिवार को पाला और उस वे इस काम को छोड़ना नही चाहते, वे कहते है की ये काम उन्हें उनके संघर्ष के दिनों की याद दिलाता है और हौसला देता है की दिन चाहे कैसे भी हो संघर्ष कर और हौसले से कठिन राह भी आसान हो जाती है।
जिस काम नें मुश्किल में उनकी मदद की अब अच्छे दिन आने पर वे उस काम को नही छोड़ना चाहते है। हालाँकि वे अपने बेटे की तरक्की से बेहद खुश है वे बताते है कि कटारिया नें बहुत काम उम्र में आर एस एस ज्वाइन किया था और सिर्फ 32 साल की उम्र में विधायक बन गए थे उसके बाद सांसद बन अम्बाला में शिफ्ट हो गए।
ज्ञात हो ऐसा ही कुछ मामला रिक्शे वाले के साथ भी हुआ था जब उसका बेटा IAS बन गया था और बेटा आईएएस होने के बावजूद भी पिता रिक्शा चलाता था।